इस वर्ष 2 सितंबर 2024 को, मघा नक्षत्र और शिव योग के अद्भुत संयोग के साथ सोमवती अमावस्या का पावन अवसर है, जो पूरे दिन तक रहेगा। इस शुभ दिन पर स्नान, दान और व्रत करने का विशेष महत्व है। सौभाग्यवती स्त्रियां अपने अखंड सौभाग्य की कामना के लिए पीपल वृक्ष की 51 परिक्रमा करें। संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले लोग व्रत रखें और भगवान शिव का विधिपूर्वक पूजन करें। पितृ दोष निवारण के लिए भी यह दिन उत्तम है।
परिवार में स्थायी लक्ष्मी का वास सुनिश्चित करने के लिए माताएं खीर बनाकर पीपल वृक्ष को अर्पित करें और इसके बाद भगवान नारायण के मंदिर में दान दें। साथ ही, श्री सूक्त और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
जय मां भद्रकाली!
आचार्य अनुज मिश्र