प्रार्थना/गणपतिबाप्पा मोरया

घालीन लोटांगण वंदीन चरणडोळ्यांनी पाहिन रूप तुझेप्रेमें आलिंगीन आनंद पूजनभावे ओवाळिन म्हणे नामा त्वमेव माता पिता त्वमेवत्वमेव बन्धु: सखा त्वमेवत्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेवत्वमेव सर्वं मम देवदेव कायेन वाचा मनसेंद्रियैर्वाबुध्यात्मना वा प्रकृति स्वभावात्करमि यद्यत् सकलं परस्मैनारायणायेती समर्पयामि अच्युतं केशवं राम नारायणम्कृष्णदामोदरं वासुदेवं भजेश्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभम्जानकीनायकं रामचंद्र भजे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरेहरे कृष्ण…

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शेंदूर लाल चढाओ

शेंदूर लाल चढाओ

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको ।दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको ।हाथ लिए गुड लद्दु सांई सुरवरको ।महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाताधन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता जय देव जय देव अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरिविघ्न विनाशन मंगल मूरत अधिकारीकोटी सूरज प्रकाश ऐबी छबि तेरीगंडस्थल मदमस्तक झूले शशि…

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